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Kushinagar,
12 April 2012, UP Samachar Sewa,
Web News LIVE
कुशीनगर 12 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के
कुशीनगर में भी इलाहाबाद के बाद राजकीय
आश्रम पद्धति के एक बालिका विद्यालय में
छात्राओं के साथ छेड़खानी व दुर्व्यवहार का
मामला प्रकाश में आया है। जो पिछले चार
साल से चल रहा था।
कुशीनगर जनपद में सरकार ने बीपीएल परिवार
की लड़कियों के लिए बर्ष 2007-08 में कसया
थाना क्षेत्र के हेतिमपुर के पास राजकीय
आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय के नाम से
एक स्कूल खोला। कक्षा 01 से 12 तक के इस
विद्यालय में 329 बच्चियों का नामांकन है।
इस विद्यालय में एक प्रधानाचार्य, 11
अध्यापक-अध्यापिका, वार्डन, क्लर्क,
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के अलावा
सुरक्षा गार्ड भी रखे गए। इलाज के लिए
संविदा पर एक महिला चिकित्सक भी तैनात
हैं। विद्यालय का संचालन शुरू होने के साल
भर के भीतर ही यहां अव्यवस्था हावी हो गई।
दो साल पहले यहां लड़कियों की सुरक्षा के
लिए तैनात महिला पीआरडी जवान ने एक
कर्मचारी पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया
था। मामला प्रकाश में आया तो कुछ दिन तक
सब शान्त रहा, लेकिन स्थिति सामान्य होने
के बाद फिर विद्यालय की स्थिति बिगड़ गयी।
बुधवार को जिलाधिकारी कुशीनगर के सामने
लड़कियों ने इस आश्रम पद्धति के विद्यालय
के हाल के बारे में बताया कि हॉस्टल का
चैनल बंदकर एक तरीके से उन्हें कैद कर दिया
जाता है। किसी भी शिकायत पर कार्रवाई करने
के बजाए उन्हें डांट-डपटकर चुप करा दिया
जाता है। एक लड़की ने बताया कि पिछले साल
उसकी बहन के साथ इसी तरह की घटना हुई थी
पर जिम्मेदार लोगों ने कार्रवाई के बजाए
उसे बदचलन कहकर स्कूल से बाहर निकाल दिया
गया। जिलाधिकारी और एसडीएम के सामने लड़कियों
ने स्वीकार किया कि आज भी विद्यालय
प्रशासन लगातार उन पर दबाव बना रहा था कि
साहब के सामने कुछ भी नही कहना है। लड़कियों
का आरोप था कि आए दिन विद्यालय में उनके
साथ छेड़खानी होती रहती है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रज्ञा शंकर का
आवास उसी विद्यालय में है। विद्यालय की सभी
सुविधाओं का वह पूरा लाभ लेती हैं लेकिन
छात्राओं की समस्याओ से वह अपने आप को परे
बताती है। वही जिस सुदामा प्रसाद ने
विद्यालय में व्याप्त अव्यवस्था के संबंध
में जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देने के
बाद बुधवार को अनशन शुरू किया था, लेकिन
बुधवार को जब जिलाधिकारी मौके पर पहुंचे
तो सारी असलियत खुलकर सामने आ गई।
महत्वपूर्ण यह भी था कि जिस विद्यालय की
जांच के लिए एसडीएम और डीएम तक पहुंचे, वहां
विद्यालय के प्रधानाचार्य और लिपिक गायब
थे।
इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी कुशीनगर आर
सैम्फिल ने बताया कि फिलहाल बच्चियों की
पढ़ाई और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। इससे
कोई समझौता नहीं करेंगे। मैं पूरे सुरक्षा
का आश्वासन देता हूँ। कार्रवाई किये जाने
के संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि
मामले की जांच करायी जा रही है। फिलहाल आज
अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोका गया
है। बाद में इस मामले में पुलिस ने राजेश
चौरसिया तथा एक दूसरे चपरासी ध्रुवनारायण
गुप्ता को पूछताछ के लिए हिरासत में ले
लिया और उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई
प्रक्रिया में थी।
कुशीनगर में एक अवयस्क लड़की की शादी हुयी
खारिज
प्रेमी सहित 6 पर मुकदमा दर्ज
कुशीनगर 12 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के
कुशीनगर एक अवयस्क लड़की को बहला फुसला कर
भगाने के बाद उससे शादी रचाना प्रेमी और
उसके दोस्त को महंगा पड़ गया है। न्यायालय
में साक्ष्य के अधार पर शादी को निरस्त कर
दिया है।
कुशीनगर के पडरौना नगर के बारलेस कोलोनी
में अशोक पुत्र गोबरी निवासी नरकटिया थाना
रामकोला रहकर पठन-पाठन करता था। उसका साथी
धीरज गुप्ता पुत्र पारस गुप्ता निवासी
मटिहनिया का भी वहां आना जाना था। धीरज इसी
आने जाने का फायदा उठाते हुए अपने दोस्त
के जरिए कक्षा 12 वीं छात्रा को बहला फुसला
कर भगा ले गया था। उसने चालाकी करते हुए
अपने परिवारजनों के सहयोग से अव्यस्क लड़की
का कक्षा पांचवी का फर्जी मार्कशीट बनवाकर
कसया के उपजिलाधिकारी के न्यायालय में शादी
की अर्जी देकर शादी रचा लिया था।
इधर पीड़ित परिजन कोतवाली पुलिस से मामले
में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाकर थक गई
थी। इस बात का खुलासा होने पर फरार चल रहे
प्रेमी और लड़की के तलाश में जुटे लोगों ने
उपजिलाधिकारी के अदालत में साक्ष्य देकर
बताया है कि प्रस्तुत मार्कसीट फर्जी है।
जबकि लड़की कक्षा 12 वीं की छात्रा थी और
उसी आधार पर वह नाबालिग है। उक्त अदालत
में साक्ष्यों का अवलोकन करने के बाद शादी
को गैरकानूनी ठहराते हुए निरस्त कर दिया।
सीओ सदर समरबहादुर के हस्तक्षेप के बाद
कोतवाली पुलिस ने वादी हरिशचन्द्र गुप्ता
पुत्र बाबूलाल के तहरीर के मुताबिक धीरज व
उसके दोस्त माता-पिता आदि 6 लोगों के
खिलाफ धारा 419, 420, 363, 366, 506, 120
बी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी
है। इस सम्बन्ध कोतवाली प्रभारी ने बताया
कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है कार्यवाही
की जारही है।
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