लखनऊ,
08 दिसम्बर
2016 (उ.प्र.समाचार सेवा)।
श्री श्याम परिवार लखनऊ के तत्तवाधान में
बीरबल साहनी मार्ग स्थित श्री खाटू श्याम
मन्दिर में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्
भागवत कथा के पाचंवें दिन गुरुवार को
कोलकाता के बाल व्यास पं. श्रीकांत शर्मा
ने कहा कि कथा सुनना श्रेष्ठ नही बल्कि कथा
सुनने के साथ उसे जीवन में उतारने की
जरूरत है। जब जीवन में उतारेंगे तो कथा
श्रवण का पूरा लाभ व आनन्द मिलेगा।
उन्होंने कहा कि सभी से प्रेम करे किसी से
द्वेष न करे। सबमें परमात्मा का दर्शन करे।
अपना मन श्री हरि के साथ जोड़े। ईश्वर की
भक्ति का प्रताप प्रहृलाद, मीरा आदि के
जीवन में प्रतक्ष देखी जाती है। मीराबाई
भगवान की अनन्य उपासिका थी।
उन्होंने कहा कि भगवान की भागवत कथा ही ऐसी
है जो लोगों को संस्कार देती है। उन्होंने
कहा कि कलियुग में मनुष्य को अहंकार छोड़कर
प्रभु की भक्ति व असहाय दु:खियों की सेवा
करनी चाहिये। बाद में महाराज जी ने माखन
चोरी की कथा सुनाई। माखन चोरी प्रसंग
सुनाने के दौरान बाल व्यास जी महाराज ने
एक भजन ‘सुन रे जशोदा मइया अटरिया से मटकी
फोड़ी मदन गोपाल रे‘ सुनाया तो कथा पण्डाल
भक्ति रस से सराबोर हो गया।
कथा व्यास श्रीकांत जी महाराज ने कहा कि
प्रभु का आश्रय ही जीव की समस्याओं का
सभ्यक समाधान कर सकता है। कोई भी जीव बिना
आश्रय के नही रह सकता। जीव ऐसे आश्रय की
तलाश में रत है जिसमें सुख और सुरक्षा हो
। जगत में प्रभु के अतिरिक्त कोई व्यक्ति
वस्तु एवं परिस्थिति नही है जो व्यक्ति
सुख , सुरक्षा प्रदान कर सके। उन्होंने कहा
कि हमारा मन सुख चाहता है लेकिन हमारी
बुद्धि के साथ सुरक्षा भी चाहती है।
उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीकृष्ण ने वृद्ध
जनों को सुरक्षा प्रदानकर मन को एवं बुद्धि
को अपने में आश्रित कर लिया।
उन्होंने कहा कि भगवान जीव को आनन्द देने
के लिए लीला करते है। भगवान मित्र का
कल्याण करते ही है वे शत्रु का भी कल्याण
करते हैं। कथा के बाद छप्पन भोग का प्रसाद
लेने के लिए भक्तों का तांता लग गया। श्री
श्याम परिवार लखनऊ के अध्यक्ष मनोज
अग्रवाल, महामंत्री सुधीर कुमार गर्ग,
कोषाघ्यक्ष रुपेश अग्रवाल,मीडिया प्रभारी
सुधीश गर्ग,राधे लाल अग्रवाल, अंकुर
अग्रवाल, आशीष अग्रवाल खन्नू, रमेश कपूर
बाबा, श्रीकृष्ण अग्रवाल के सहयोग से सभी
भक्तों को प्रसाद प्राप्त हुआ। मीडिया
प्रभारी सुधीश गर्ग ने बताया कि शुक्रवार
को महारासलीला, श्रीकृष्ण मथुरागमन, उद्धव
चरित्र एवं रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुनाया
जायेगा।
कार्यक्रम में मुरारी लाल गोयल, शकुन्तला
गोयल, अशोक कुमार अग्रवाल, शारदा गोयल,
नरेश अग्रवाल, सरोज गोयल, नीलम गोयल आदि
लोग थे।
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