उरई।
(उप्रससे)।
इलाहाबाद बैंक से रुपये निकालकर
निकले शिक्षक के साथ जालौन कस्बे
में लगभग साढ़े चार लाख रुपये की
टप्पेबाजी हो गई। घटना उसी झंडा
चैराहे पर हुई जहां कुछ ही दिन
पहले एक कपड़ा व्यापारी को लुटेरों
ने गोली मार दी थी। अभी तक इस घटना
की गुत्थी सुलझ नही पाई है जिसके
कारण पुलिस की सरगर्मी चरमसीमा पर
है। इसके बावजूद उसी स्थान पर एक
और सनसनीखेज घटना को अंजाम दिये
जाने से खाकी के इकबाल को जोरदार
झटका लगा है।
धनौरा कलां निवासी बख्त सिंह सरसई
इंटर काॅलेज में शिक्षक हैं।
उन्होंने फरवरी के महीने में अपनी
लड़की की शादी की थी जिसका बकाया
चुकाने के लिए शनिवार को उन्होंने
झंडा चैराह स्थित जालौन इलाहाबाद
बैंक की मुख्य ब्रांच से किसान
के्रडिट कार्ड पर 4 लाख 45 हजार
रुपये निकाले। रुपया डिग्गी में
रखकर वह पास की एक दुकान में चले
गये। जब तक वह लौटे तब तक डिग्गी
में से किसी ने पूरी रकम पार कर
दी थी। डिग्गी टूटी देखकर बख्त
सिंह के होश उड़ गये। आसपास के
दुकानदार और ग्राहक बड़ी संख्या
में उनके पास जमा हो गये। लोगों
ने काफी देर तक टप्पेबाजों का उनके
साथ सुराग लगाने की कोशिश की
लेकिन कोई सफलता नही मिली। हालांकि
जानकार घटना के दौरान गुजरे दो
बाइक सवार युवकों पर संदेह जता रहे
हैं।
ध्यान रहे कि आज हुई घटना से 100
मीटर की दूरी पर कपड़ा व्यापारी
राकेश अग्रवाल की दुकान है। जहां
कुछ ही दिन पहले लूट के इरादे से
आये बदमाशों ने उन्हें गोली मार
दी थी। नतीजतन जिला अस्पताल में
कुछ घंटे बाद उनकी मौत हो गई थी।
इस केस को वर्कआउट करना पुलिस के
लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। इस
बीच उसी स्थान पर ताजा वारदात ने
पुलिस की कार्यप्रणाली पर
प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। आज
की वारदात इसलिए और सोचनीय है कि
समाधान दिवस के लिए जालौन कोतवाली
आये पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने
मुख्यालय के लिए प्रस्थान किया ही
था कि टप्पेबाजों ने यह घटना कर
डाली। जिससे सीधे पुलिस कप्तान का
इकबाल संदेह के घेरे में आ गया
है।
वारदात की खबर मिलने के बाद
हड़बड़ाये कोतवाल लालबहादुर यादव और
उनके सहयोगी दौड़ते-दौड़ते घटना
स्थल पर आये। छानबीन के बावजूद अभी
तक टप्पेबाजों के बारे में कोई
जानकारी नही मिल पाई है। पुलिस
उपाधीक्षक कुलदीप सिंह का कहना है
कि कस्बे की सभी सीमाओं को सील कर
दिया गया है। पेशेवर बदमाशों के
यहां दबिश दी जा रही है। उन्होंने
घटना का जल्द अनावरण होने की आशा
प्रकट की।