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Bareilly, 22 April 2012. (U.P.Web News
Service) बरेली। (यूपी वेब न्यूज
सर्विस)।
छेड़छाड़ का विरोध करना एक युवती की मौत
का कारण बन गया। गांव के ही मनचलों ने
घर में घुसकर उस पर मिट्टी का तेल डालकर
आग लगा दी और फरार हो गए। युवती को बचाने
के प्रयास में उसकी भाभी और भतीजा झुलस
गए। गंभीर हालत में झुलसी युवती को जिला
अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी
मौत हो गई। मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने
वाले चारों आरोपियों को रविवार को
गिरफ्तार कर लिया गया है ।
केंट थाना पुलिस ने चारों आरोपियों के
खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर चारों को रविवार
को गिरफ्तार कर लिया। घटना कैंट के
चनेहटा गांव में शनिवार सुबह करीब दस बजे
हुई। रफीक अहमद की बेटी नायाब बी (18),
भाभी चंदा बी और एक साल का भतीजा आशू घर
पर था। उसी दौरान चनेहटा गांव के
रियाजुद्दीन, निजामुद्दीन, फिरासत और
आबिद घर में घुस आए। उन्होंने चंदा बी
और आशू को एक कमरे में बंद कर दिया। फिर
चारों ने नायाब को पकड़कर मिट्टी का तेल
डाल आग लगा दी और भाग निकले। नायाब के
चिल्लाने पर चंदा बी ने बंद दरवाजे को
झटका दिया तो वह खुल गया। दरवाजा खुलते
ही लपटों से घिरी नायाब ने भाभी को पकड़
लिया। उस वक्त आशू चंदा की गोद में था,
जिससे दोनों झुलस गए। किसी तरह चंदा बी
ने आग बुझाई और नायब को जिला अस्पताल ले
जाया गया, जहां शनिवार रात को उसकी मौत
हो गयी। मरने से पूर्व कुमारी नायाब ने
एसपी सिटी को दिए बयान में रियाजुद्दीन,
निजामुद्दीन, फिरासत, आबिद पर आरोप लगाया।
है। केंट थाना पुलिस ने चनेहटा गांव
के रियाजुद्दीन, निजामुद्दीन, फिरासत और
आबिद को रविवार को गिरफ्तार कर लिया।परिजनों
के मुताबिक, 16 को आरोपियों नायाब से
छेड़छाड़ की थी, जिसकी रिपोर्ट भी लिखाई।
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पुलिस करवाई
करती तो बच जाती नायाब की जान
बरेली, 22 अप्रैल: छेड़छाड़ के विरोध
में मारी गई नायाब के साथ चार दिन पहले
भी आरोपी ने बदसलूकी की थी। पुलिस ने
रिपोर्ट भी दर्ज की। आरोपी को पकड़ भी
लिया, लेकिन बाद में दोनों पक्षों के
बीच समझौता करा दिया गया। अगर पुलिस
तभी सख्त कार्रवाई करती तो शायद नायाब
की जान नहीं गई होती। आरोपी
रियाजुद्दीन 16 अप्रैल को भी नायाब के
घर घुस गया था। उसने नायाब से छेड़छाड़
भी की थी। नायाब के भाई बब्बू की ओर
से थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
हालांकि बब्बू ने घर में घुसकर चोरी
करने का भी आरोप लगाया था। बकौल बब्बू,
रियाजुद्दीन उनके घर में चोरी के लिए
घुसा था। उसने कमरे में रखे दस हजार
रुपये चुरा लिये। इसके बाद वह बक्सा
लेकर बाहर आ रहा था। अचानक बक्सा नीचे
गिरने की आवाज से पिता रफीक अहमद उठ
गये। उन्होंने उसे पकड़ लिया।
रियाजुद्दीन उन्हें धक्का देकर भाग गया।
पुलिस ने सिर्फ छेड़छाड़ में ही
रिपोर्ट दर्ज की। इसके बाद पुलिस ने
आरोपी रियाजुद्दी को पकड़ लिया। उसी
शाम पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने
बुलाकर समझौता करा दिया। आरोपी के
खिलाफ कोई भी सख्त कार्रवाई नहीं की।
नायाब को जलाने की सूचना मिलते ही
पुलिस भी हरकत में आ गई। एसपी सिटी
शिव सागर सिंह, सीओ थर्ड ओमप्रकाश
यादव तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। बाद
में उन्होंने अस्पताल पहुंचकर नायाब
के बयान लिए। फिर दोबारा गांव गए और
अपने सामने ही तीन आरोपियों की
गिरफ्तारी करवाई। घटना की सूचना पर शनिवार शाम
को डीआइजी एलवी एंटनी देवकुमार और
एसएसपी डा. संजीव गुप्ता ने भी
घटनास्थल का मुआयना किया। नायाब के
भाई बब्बू ने बताया कि छेड़छाड़ की
रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पुलिस ने
कोई करवाई नहीं की थी। वहीं उसके दूसरे
भाई नन्हे का कहना है कि आरोपी पक्ष
उस पर शादी का दबाव बना रहे थे। नायाब
को यह रिश्ता मंजूर न था।
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