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मथुरा-वृन्दावन के बीच फिर शुरु हो रेल बस सेवाः अखिलेश यादव
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केन्द्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु को पत्र लिखकर मथुरा और वृन्दावन के बीच पूर्व में संचालित होने वाली रेल बस सेवा को फिर से चालू करने की मांग की है। read more
UP Tourism: सारनाथ में फर्जी गाइड सक्रिय
Publised on : 23 May 2014  Time 19:10

वाराणसी। पर्यटन विभाग के नवीन प्रयासों से गंगा घाट व सारनाथ में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। बावजूद इसके विदेशी व स्वेदशी पर्यटकांे की सुरक्षा के लिए सारनाथ परिक्षेत्र में इंतजाम की कमी है। इन दिनों वहां फर्जी गाइड एसोसिएशन सक्रिय है। read more

Night  में  देखें Tajmahal, यूपी सरकार की नेचर वाक योजना
Tags: U.P. Government, nature walk project, eco tourism
News source: U.P.Samachar sewa
Publised on : 02 May 2012, Time: 22:38

Lucknow, (U.P.Web News Service) , लखनऊ, (उप्रससे)। आगरा मंे पर्यटन विकास को बढ़ावा देने तथा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए ताज नेचर वाॅक के अन्तर्गत यूको टूरिज्म का विकास किया जायेगा। ताज नेचर वाॅक में पर्यटकों को ताजमहल का रात्रि दर्शन तथा पर्यटकों के लिए 8 किमी0 लम्बा साइक्लिंग ट्रैक (साइकिल पथ) का भी निर्माण कराया जायेगा। ताज नेचर वाॅक के मूल  क्षेत्र एवं आस-पास क्षेत्र का विकास करते हुए वन एवं वन्यजीव क्षेत्रांे को संरक्षित करते हुए  ताज सफारी का विकास, मुमताज इको-पार्क का विकास, केमिल सफारी, वर्षाकाल के उपरान्त यमुना मंे नौकायन की व्यवस्था आदि भी कराई जायेगी।

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी शास्त्री भवन, सचिवालय स्थित अपने कार्यालय सभागार में आगरा स्थित ताज नेचर वाॅक में इको-टूरिज्म के विकास हेतु बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि पर्यटन विकास को नई दिशा देते हेतु नये कार्यों को समावेशित करते हुए परियोजना की ड्राट प्रोजेक्ट रिपोर्ट एक माह के अंदर तत्काल प्रस्तुत की जाये। उन्होंने कहा कि ताज नेचर वाॅक क्षेत्र में हरित टर्नल का विकास, बीहड़ क्षेत्रों मंे जल संचयन, नये नेचर ट्रेल का निर्माण, पक्षियों हेतु प्राकृतिक वास का विकास, ताज नेचर वाॅक क्षेत्र के बाहर खुले वन को घने वनों में विकसित कराया जाये।

श्री उस्मानी ने कहा कि परियोजना हेतु लागत धनराशि का वित्तीय अधिभार आगरा विकास प्राधिकरण, उ0प्र0 वन निगम, भारत सरकार के पर्यटन, संस्कृति, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय सहित संबंधित विभागों द्वारा वहन किया जायेगा। उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि परियोजना की ड्राट प्रोजेक्ट रिपोर्ट वन विभाग आवास विकास की सहमति प्राप्त करते हुए उच्चादेश हेतु तत्काल प्रस्तुत करे।बैठक में सचिव वन एवं पर्यावरण श्री आर0के0 सिंह, प्रमुख स्टाफ आफिसर, मुख्य सचिव श्री आशीष कुमार गोयल, प्रमुख वन संरक्षक श्री जे0एस0 अस्थाना, आयुक्त (प्रभारी) आगरा मण्डल आगरा श्री अजय चैहान, वन संरक्षक आगरा श्री बिवास रंजन, उपाध्यक्ष आगरा विकास प्राधिकरण श्री लाल बिहारी पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

ताज का दीदार करने वाले पर्यटकों को एडीए ने दी सुविधा

Publised on : 2011:05:23    Time 23:09 
आगरा, 23 मई। (उप्रससे)। ताज महल के दीदार के लिए आने वाले देशी एवं विदेशी पर्यटकों को सुरक्षा के नाम जांच कतार मे घण्टों धूप और बारिश मे ख़डे नहीं रहना पडेगा। आगरा विकास प्राधिकरण ने यलो जोन मे ताज की सुरक्षा जांच कतार पर शेड लगवाकर आने वालों के लिए राहत प्रदान की है । लगाए गए शेड मे पहले ही दिन सैलानियों को आंधी के बाद आई बारिश से काफी राहत मिली ।
ताज महल पर सैलानियों को अधिक से अधिक सुविधाएॅ उपलब्ध कराने के सम्बन्ध मे आगरा आए केन्द्रीय पर्यटन मंत्री सुबोध कांत सहाय की पर्यटन विभाग एवं पर्यटन उद्यमियों की बैठक के बाद दिनोंदिन बदलाव देखने को मिल रहे है । आगरा विकास प्राधिकरण ने ताज महल के बाहर सुरक्षा जांच कतार के ऊपर शेड लगवाए। इससे भीषण गर्मी मे चिलचिलाती धूप मे पर्यटकों को ना तो ताज की दीदार के लिए घण्टों ख़डा रहना होगा और ना ही बारिश मे भीगना होगा। पहली बार शेड लगने के पश्चात तुरन्त इसका फायदा भी नजर आया। क्योकिं लगातार दो दिन से आई आंधी और बारिश के कारण पर्यटकों को भीगकर सुरक्षा कतार मे ख़डे होना पड रहा था। लेकिन इसके लगते ही सुरक्षा जांच कतारों की संख्या मे भी काफी बढोतरी हुई है और पर्यटकों को भी इस सुविधा से काफी राहत मिली है ।
लेकिन तीन दिन तक विद्युत व्यवस्था मे सुधार के लिए टोंरट कम्पनी द्वारा कराए गए कार्यों के कारण सुरक्षा ऐजेंसियों को काफी परेशानी का सामना करना पडा है । यह कार्य भी पर्यटन मंत्री की पहल पर आगरा विकास प्राधिकरण के पथकर से कराया जा रहा था। जिसमें ताज महल के दक्षिणी गेट स्थित जर्जर तारों को बदलना तथा इंसुलेटर , ट्रांसफार्मर तथा इन लाइनों को अण्डरग्राउडं किया जाना भी प्रस्तावित था।

पर्यटन को प्राथमिक सूची में रखे राज्य सरकारें: सहाय

देहरादून, 21 अप्रैल। पर्यटन को अपने एजेंडे में प्रमुखता से रखने का आग्रह राज्य सरकारों से करते हुए केन्द्रीय पर्यटन मंत्राी सुबोध् कांत सहाय ने कहा कि केन्द्र पर्यटन गतिविध्यि को बढ़ाने के लिए पूरा सहयोग देगा। उत्तराखंड के परिपेक्ष्य में उन्होंने कहा कि यह प्रदेश देश में पर्यटन विकास की

संभावनाओं को नई दिशा दे सकता है।
यहां टिहरी गढ़वाल के नरेन्द्रनगर स्थित एक रिसोर्ट में आयोजित उत्तर-मध्य क्षेत्रा के पर्यटन मंत्रियों के द्वितीय सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर केन्द्रीय पर्यटन मंत्राी सहाय ने कहा कि पर्यटन को राज्य सरकारें प्राथमिकता में रखें, ताकि पर्यटन गतिविध्यिों में अध्किाध्कि वृ(ि हो। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड बेमिसाल है और यहां पर पर्यटन गतिविध्यिों के लिए केन्द्र द्वारा पूरा सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड देश में पर्यटन विकास की संभावनाओं को नई दिशा दे सकता है। उन्होंने कहा कि देश-विदेश के पर्यटक आगरा में ताज महल को कम देखने आते है और चाइना वाल को देखने ज्यादा जाते है, इसके लिए जरूरी है कि आगरा में पर्यटन अवस्थापना सुविधओं का विस्तार किया जाय। इसी प्रकार देश के बहुत से पर्यटन स्थल ऐसे है, जो धर्मिक और ऐतिहासिक महत्व के है, परन्तु वहां पर्यटकों को लम्बे समय तक रोके रहने के लिए आवश्यक संसाधनों को विकास किया जाना आवश्यक है।
सहाय ने कहा कि पर्यटन क्षेत्रा को समग्र रूप से बढ़ावा देने के लिए केन्द्र स्तर पर मिशन मोड में परियोजनाओं को प्रारंभ करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने राज्य सरकारोें को होटल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए लैंड बैंकिंग का प्रावधन कर जमीन उपलब्ध् करानी चाहिए। साथ ही हाई स्कूल, इंटरमीडियेट की कक्षाओं में आतिथ्य एवं पर्यटन से संबंध्ति क्षमता विकास हेतु पाठ्यक्रम शामिल किया जाना चाहिए और इसके लिए शुरूआत में केन्द्र सरकार द्वारा आवश्यक सहायता दी जायेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्राी डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तराखण्ड को पर्यटन का मॉडल राज्य बनाने की बात कहते हुए कहा कि पर्यटन केवल सैर सपाटा नही है, बल्कि मानव जीवन को नई ऊर्जा देने वाला क्षेत्रा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को उत्तराखण्ड में पर्यटन गतिविध्यिों के विस्तार के लिए अध्कि से अध्कि केन्द्रीय सहायता देनी चाहिए। इस संदर्भ में यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या, जो कि करोड़ों में है, का भी ध्यान रखना चाहिये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर्यटन को आयुष से जोड़कर आयुष ग्रामों की स्थापना कर रही है। उन्होंने कहा कि आयुष ग्रामों की स्थापना होने से अध्कि से अध्कि पर्यटक यहां आयेंगे।
उन्होंने कहा कि पर्यटन को केवल पैसा कमाने से जोड़कर देखा जाना भी उचित नहीं है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक विरासतों को सहेजने का माध्यम भी है। उत्तराखण्ड देवभूमि है और यहां विलासिता पूर्ण पर्यटन से अध्कि तीर्थाटन, योग, ध्यान, आयुष, स्वास्थ्य और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन को रोजगार से जोड़कर ही इसे समाजोपयोगी बनाया जा सकता है। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्राी मदन कौशिक ने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यटन गतिविधियों को मूर्तरूप दिया जा रहा है। चार धम यात्रा को अन्य पर्यटक स्थलों से भी जोड़ा जा रहा है। इस अवसर पर झारखण्ड की पर्यटन मंत्राी विमला प्रधन, हरियाणा के पर्यटन मंत्राी ओ.पी.जैन, उप्र के पर्यटन राज्य मंत्राी स्वतंत्रा प्रभार विनोद सिंह, अपर सचिव पर्यटन भारत सरकार संजय कोठारी, अतिरिक्त महानिदेशक पर्यटन भारत सरकार देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव पर्यटन उत्तराखण्ड सरकार राकेश शर्मा, अपर मुख्य कार्यकारी अध्किारी पर्यटन विकास परिषद नितेश झा आदि मौजूद थे।

पर्यटन मेले के रूप में मनेगा शहीदी मेला

चम्बा/देहरादून 21 अपै्रल। मुख्यमंत्राी डॉ. रमेष पोखरियाल ‘निशंक’ ने जनपद टिहरी गढ़वाल के चम्बा में आयोजित विक्टोरिया क्रास विजेता वीर शहीद गब्बर सिंह के शहीदी मेले का उदघाटन करते हुए इस

मेले को पर्यटन मेले के रूप में प्रतिवर्ष मनाने तथा इसके आयोजन के लिए 5 लाख रुपये की ध्नराशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्राी डॉ. निश्ंाक ने मेले के उद्घाटन से पूर्व वीर गब्बर सिंह के स्मारक में पहुंचकर पुष्प चक्र चढ़ाकर श्र(ांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्राी डॉ. निशंक ने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में सैनिकों के कल्याण हेतु अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि जय जवान योजना के अन्तर्गत देहरादून, हल्द्वानी एवं कोटद्वार में आवास योजना संचालित की गई है। इसके आलावा देहरादून में सैनिक आश्रित बच्चों के लिये छात्रावास निर्माण हेतु 50 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ ही वीरभूमि भी है, जहां के प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा करता है।
उनहोंने कहा कि म्जयूड़ गांव को सडक से जोडा जायेगा तथा वीर गब्बर सिंह के घर को संस्कृति विभाग के माध्यम से संरक्षित किया जायेगा। इसके अलावा चम्बा सैनिक विश्रामगृह वीर गब्बर सिंह के नाम से बनाये जाने की घोषणा की। इसके बाद मुख्यमत्राी ने गौतम रेजीडेन्सी में पूर्व सैनिकों एवं शहीद विधवाओं एवं परिजनों से भी भेंट की। उन्होंने इस अवसर पर तीन सैनिक विधवाओं की पुत्रियों की शादी हेतु 25-25 हजार रुपये तथा छात्रावृत्ति के रूप में पृथक-पृथक धनराशि बैंक ड्राफ्रट के माध्यम से प्रदान की। मुख्यमंत्राी डॉ. निष्ंाक ने कहा कि राज्य बनने के समय विकास दर 2.9 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 9.5 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति आय 14000 रुपये बढ़कर आज 56 हजार रुपये प्रतिवर्ष हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकार का विजन 2020 उत्तराखण्ड राज्य को देष का आदर्श राज्य बनाने का है। उन्होंने प्रदेश सैनिक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष कर्नल पी.डी.कुडियाल को कहा कि वह सैनिकों के कल्याणार्थ संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदेष के सभी 95 विकासखण्डों में पहुंचाने के लिए एक अभियान चलाये। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बी.डी.सी. की बैठकां में भी इन योजनाओं की विस्तृत जानकारी देना सुनिश्चित करें। इससे पूर्व सैनिक कल्याण एसोसियेशन द्वारा एक मांग पत्रा भी मुख्यमंत्राी को भेंट किया। इस अवसर पर गढ़वाल राइपफल्स के कमान आफिसर बिग्रेडियार शरदचन्द, जिला पंचायत अध्यक्ष रतन सिंह गुनसोला, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्राी लाखीराम जोशी, जिलाध्यक्ष विनोद सुयाल, वन विकास निगम के अध्यक्ष ज्योति गैरोला, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह नेगी, बागवानी परिषद के उपाध्यक्ष आदित्य कोठारी, जिलाधिकारी राधिका झा, पुलिस अधीक्षक राजीव स्वरूप, सैनिक कल्याण एसोसियेशन के अध्यक्ष कैप्टन इन्दरसिंह नेगी, भजन सिंह पुंडीर, नगर पंचायत अध्यक्ष सूरज राणा सहित कई गणमान्य लोग, अध्किारीगण एवं भारी जनसमूह उपस्थित था।
 

Tags: Japan Tourist, Lord Budha, Kushinagar

जापान की सुनामी भी नहीं डिगा सकी भगवान बुध्द के प्रति विश्वास

कुशीनगर आने वाले पर्यटकों की संख्या में कोई कमी नहीं, उत्साह बरकार

कुशीनगर 29 मार्च। (उप्रससे) भगवान बुध्द की परिनिर्वाण स्थली में पुजा अर्चना करने आने वाले जपानी पर्यटको को सुनामी भी नही दहला सकती। सुनामी से गैर प्रभावित इलाके के पर्यटको का आना जाना अभी भी यहां जारी है।  जपानी पर्यटको की नजर में यह सुनामी जापान-भारत पर कोई विशेष प्रभाव नही छोड़गी।

जापान से एक पर्यटको का एक दल सुनामी के बाद कुशीनगर आया जिनमें कुल 12 जपानी पयर्टक थें। जिन्होने महा परिनिवार्ण मन्दिर में जपान में आयी त्रासदी पर वहां कि स्थिति समान्य हो इसके लिए प्रार्थना की। जिन्होनें जपान की स्थिति पर वताया कि जहां भुकंम्प नही आया वहा स्थिति समान्य है। यह है कि यहां प्रभावित क्षेत्रों के पर्यटक नही रहे। पर्यटक के अनुसार पर्यटको के संख्या में कमी हो यह अस्थाई है। यह घटती बढती रहती है। हां यह है कि जपान में हुई त्रासदी से भारत में आने पर्यटको की संख्या में 25 से 30 प्रतिशत की गिरावट आयी है। जो अगले वर्ष यह कमी करीब 20 प्रतिशत रह सकती है। पर्यटको के अनुसार इसका सही आकंलन दुसरे वर्ष ही लगाया जा सकता है।पर्यटको के इस दल को लेकर आये एक सुवा नाम के आपरेटर ने वताया कि भारत आने वालो में करीब 20 प्रतिशत लोगों ने अपनी यात्रा रद करा दी और 10से 15 प्रतिशत वापस जापन लौट गये। जानकारों का कहना है कि जपानी दुसरे तरह के होते है ये संकट में भी धैर्य नही खोंते इनके यात्रा पर विशेष प्रभाव नही पडने वाला है। इनकी संख्या में विशेष कमी नही होने  वाली नही है। यह है कि कभी कम और कभी ज्यादा हो सकते है। जब कि आकडें बताते है कि बर्ष 2010 में इनकी संख्या 1639 थी जबकी वर्ष 2009 में यह संख्या 1306 थी। अगर पिछले दो वर्षो को इस श्रेणी में रखे तो यह देखने को मिलेगा कि 2007 में जपानी पर्यटको की संख्या 1387 रही तो वर्ष 2008 में यह वढ कर 1626 हो गयी। जानकारों का मानना है कि हालांकि पयर्टकों के आवागमन से देश का राजस्व तो प्रभावित होगा ही लेकिन इसका वूरा प्रभाव तब पडता जब जपानी पर्यटक यहां आना बन्द कर दें।

कुशीनगर में बनेगा पर्यटक थाना

कुशीनगर,  10 जनवरी। (उप्रससे)।  एक माह के अन्दर शासन पुलिस रिपोर्टिंग का कार्य शुरू कर देगा और कुछ ही दिनों में वहा पर्यटक थाना बनाकर अतिशीघ्र उसे चालू करने की योजना बनायी जा रही है।

तथागत भगवान बुध्द की परिनिर्माण स्थली कुशीनगर कों पर्यटकों की बढती संख्या को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से और बेहतर बनाने का शासन प्रयास कर रहा है। इसके लिए शासन को कुशीनगर में पर्यटन थाना स्थापित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है जिसमें वाराणसी, सारनाथ, कुशीनगर आदि पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की सुरक्षा की दृष्टि से अतिशीघ्र थाना चालू कर दिया जायेगा। जिससे पर्यटकों को होने वाली समस्याओं और उलझने से मुक्ति मिल सकेगी इस सम्बन्ध में पर्यटन उप निदेशक प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि पर्यटन थाना के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है जो कुछ दिनों में स्थापित होने की सम्भावना हैं। अगर पर्यटन थाना स्थापित होने में देरी होगी तो अतिशीघ्र एक माह के अन्दर पुलिस रिपोर्टिंग चौकी चालू कर सुरक्षा का कार्य शुरू कर दिया जायेगा।

थाईलैण्ड के पूर्व विदेश मंत्री ने साथियों के साथ कुशीनगर के बौध्द मंदिर में पूजा की

कुशीनगर,04 नवम्बर। (उप्रससे)। थाईलैण्ड के पूर्व विदेश मंत्री व थाई रेड ास सोसायटी के सहायक महासचिव वुध्दवार की देर रात भगवान वुध्द की परिनिर्वाण स्थली पहुचे । आज उन्होने मुख्य मन्दिर में सुवह विशेष पूजा की।

भगवान वुध्द की परिनिर्वाण स्थली में कल थाई देश के पूर्व विदेश मंत्री व थाई रेडास सोसायटी के सहायक महासचिव तेज वनागंव व उनकी पत्नी पी वनांग ,भारत में थाई उच्चायुक्त कितकेतची ,थाई संस्कृति विभाग के महा निदेशिक लीना थकंथाक ,संस्कृति सचिव प्रथम पेटान सहित 22 विशिष्ट थाई यात्रियों का समूह वुधवार को देर रात लगभग 8 बजे  कुशीनगर पहुंचा । जहां आज उन्होंने थाई मन्दिर में सुवह विशेष पूजा की और आज सुवह उन्होने मुख्य मन्दिर में विशेष पूजा में भाग लिया । इसके बाद लुम्बनि नेपाल के लिए रवाना हो गये। पुन: यह दल शुवार को कुशीनगर स्थित थाई मंन्दिर में आयोजित वर्षवास के उपरान्त विेशेष चीवर दान कार्यम मे हिस्सा लेगा । थाई मंन्दिर के विशेष प्रतिनिधि अम्बिकेश त्रिपाठी के अनुसार थाई देश के पूर्व विदेश मंत्री व थाई रेड ास सोसायटी के सहायक महासचिव तेज वनागंव  अपने 22 साथियों के साथ कल देर रात यहां पहुचें ।

 

 
   
 
 
                               
 
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