समुदाय तक सही सन्देश पहुंचाना बड़ी जिम्मेदारी - स्वास्थ्य सचिव
सीतापुर , 02 जून 2020
( U.P.Samachar Sewa) > आमजन तक सही सन्देश पहुंचाकर ही कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। यह बात प्रदेश की स्वास्थ्य सचिव वी. हेकाली झिमोमी ने कोविड-19 के दौर में संचार चुनौतियों व उनके निराकरण पर आयोजित तीन दिवसीय वर्चुअल कार्यशाला के दौरान कही। जूम एप के जरिए कार्यशाला में भाग
ले रहे प्रदेश के सभी स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों से उन्होंने अपील की कि वह आशा, आंगनबाड़ी व एएनएम को इतना जागरूक बनाएं कि वह लोगों को बता सकें कि संक्रमण से बचने के लिए क्या करना है और क्या नहीं करना है। उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई (यूपी टीएसयू), यूनिसेफ और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड
रिसर्च (सीफॉर) के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य सचिव ने कहा इस समय दूसरे राज्यों और जिलों से आ रहे प्रवासियों की देखभाल पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि सर्दी, खांसी, बुखार व सांस फूलने के मामलों को गंभीरता से लें और लोगों को समय से इलाज के बारे में
प्रेरित करें ताकि समस्या को गंभीर बनने से पहले ही रोका जा सके। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के महानिदेशक डॉ. मिथिलेश चतुर्वेदी ने कोविड-19 की स्थितियों पर प्रकाश डाला और स्टेट सर्विलांस आफिसर डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने सुरक्षा के जरूरी उपायों की उपयोगिता के बारे में बताया। कार्यशाला को
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर मिशन निदेशक हीरा लाल ने कहा कि इस मुश्किल दौर में सबको साथ लेकर काम करने की जरूरत है। सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) की नेशनल प्रोग्राम लीड रंजना द्विवेदी ने इस दौरान कहा कि खबरों में इस तरह की भाषा या शब्दों के इस्तेमाल से बचना चाहिए जिससे समुदाय
में भय का माहौल बनें। इसके साथ ही सुनी-सुनाई बातों की जगह तथ्यपरक खबरों को ही जगह मिलनी चाहिए। इसके अलावा कोरोना पर विजय पाने वालों के अनुभवों आदि को महत्व देना जरूरी है। उन्होंने पिछले छह माह के और कोविड सम्बन्धी मीडिया ट्रेंड का प्रस्तुतीकरण भी किया। यूनिसेफ के भाई शैली ने कार्यशाला
के दौरान कहा कि कोरोना एक ऐसा वायरस है जो कभी भी और किसी को भी संक्रमित कर सकता है, इसके लिए किसी धर्म, जाति या सम्प्रदाय को जिम्मेदार ठहराना कहीं से भी उचित नहीं है। यूनिसेफ की ही कम्युनिकेशन स्पेशलिस्ट गीताली त्रिवेदी ने इस दौरान सकारात्मक और प्रेरक कहानियों को प्रिंट मीडिया के साथ
ही आडियो/वीडियो और सोशल मीडिया के जरिये ज्यादा से ज्यादा प्रचारित-प्रसारित करने पर जोर दिया। उन्होंने कोरोना योद्धाओं और कोरोना विजेताओं की कुछ कहानियों के साथ ही रेडियो पर प्रसारित संदेशों का प्रस्तुतीकरण भी किया। यूनिसेफ के हेल्थ आफिसर डॉ. निर्मल सिंह और सत्यवीर सिंह ने प्रवासी
कामगारों के होम यूपी टीएसयू की वरिष्ठ बीसीसी स्पेशलिस्ट डॉ. शालिनी रमन ने सव पूर्व जाँच और टीकाकरण के दौरान जो जरूरी सावधानी सेनेटाइजर के इस्तेमाल, मास्क लगाना, ग्लब्स पहनना और सोशल डिस्टेंशिंग के बारे में विस्तार से बताया।
रफ्ता-रफ्ता कुछ यूं शुरू हुई जिन्दगी
मछरेहटा-सीतापुर (उ0प्र0 समाचार सेवा)। वैश्विक महामारी कोरोना ने जहां एक ओर लाखों लोगो की जिन्दगी निगल ली । कहीं बच्चों के सिर से मां बाप का साया उठा तो कहीं माता-पिता के सामने उनके लाडले तड़पते दम तोड़ते दिखाई दिये । लेकिन इतनी भयानक त्रासदी को
झेलकर भी मनुष्य ने हिम्मत नही हारी क्योंकि पत्थरों पर लकीर खीचने की क्षमता रखने वाली मानव जाति रुकना और झुकना नही जानती । देश मे कोरोना को रोकने के लिए लाकडाउन 05 की घोषणा करने के साथ ही सरकार ने आर्थिक संकट से उबरने और जनता को राहत देने के उद्देश्य से अनेक कल्याणकारी योजनाओ को मूर्त
रूप दंेना शुरू कर दिया है । इसी क्रम मे मछरेहटा ग्राम पंचायत मे जैसे ही मनरेगा के तहत काम शुरू हुआ तो गरीब मजदूरों के चेहरे खिल उठे । सैकड़ो की संख्या मे महिलाएं और पुरुष अपने काम मे जुट गए और इस तरह कोरोना वाइरस से डरी सहमी जूझती हुई जिन्दगी पटरी पर लौटती दिखाई दी ।
पेट की तपन शांत करने के लिये नाबालिक कर रहे मनरेगा में मजदूरी
रामपुर मथुरा-सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। मोदी और योगी सरकार अन्य राज्यों से आ रहे श्रमिकों को काम प्रवासी मजदूर के नाम पर मनरेगा के द्वारा काम देने की बात कर रही हैं वहीं विकासखंड रामपुर मथुरा के ग्राम पंचायत तुलसीपुर बंजर में मनरेगा के तहत नौनिहालों से काम कराया जा रहा है ग्रामीणों
की सूचना पर मंगलवार के दिन देखा गया तो तुलसीपुर बंजर में नया पुरवा से गुरुद्वारे तक मिट्टी पटाई का कार्य चल रहा था जिसमें बाबूराम ,प्रेम कुमार गौतम , रामकुमार, सागर, मनीष ,शिवम ,अवधेश ,के अलावा तीन बच्चे रामपाल पुत्र रामकुमार उम्र लगभग 15 वर्ष धर्मराज पुत्र छोटेलाल उम्र लगभग 12 वर्ष तथा
राम बहादुर पुत्र राम रामसागर उम्र लगभग 13 वर्ष काम कर रहे थे जिन्होंने बताया इस मार्ग की पटाई हम लोगों के द्वारा शुरू से आज तक किया जा रहा है जो लगभग 12- 14 दिन से काम किया जा रहा है जबकि प्रधान व खंड विकास अधिकारी की मिलीभगत से काफी मजदूर दिखाए जा रहे हैं मजदूरों को दिखाने का कार्य इस
तरह से किया जाता है कि प्रधान अपने सगे संबंधियों के जॉब कार्ड बनवा कर उन पर पैसा चढवा दिया जाता है तथा जॉब कार्ड धारक को मात्र सौ दो सो रुपए देकर सारा पैसा निकाल लिया जाता है फिर उसमें बंदरबांट किया जाता है।ठीक इसी तरह से ग्राम पंचायत कलुआ पुर में कलुआ पुर से समय माता मंदिर तक चक मार्ग
की पटाई का कार्य किया जा रहा है। सोमवार को देखा गया जहां पर कोई मजदूर काम नहीं कर रहा था पड़ोसी खेत वालों ने बताया कि चार-पांच मजदूर काम कर रहे थे जब इस संबंध में रोजगार सेवक शिवकुमार से बात की गई तो बताया कि जितने लेवर रविवार को लगे थे उतने ही लेबर काम कर रहे हैं ग्रामीणों ने बताया कि
रविवार को लगभग पैंतीस चालीस मजदूर काम कर रहे थे लेकिन रोजगार सेवक ने बताया 90 मजदूर लगे थे ग्राम प्रधान और खंड विकास अधिकारी की मिलीभगत से जो चक मार्ग पहले से पटे हुए हैं उन्हीं का एस्टीमेट बनाकर पटवाया जा रहा है और काफी हाई-फाई रुपए रुपयों का एस्टीमेट बनाकर बंदरबांट हो रहा है अगर
मनरेगा के कार्यों की जांच करवाई जाए क्यों बड़ा भ्रष्टाचार का खुलासा सामने आ जाएगावही ग्राम पंचायत बहलोल नगर में तालाब की खुदाई ठेकेदारी प्रथा से करवाई जा रही है । जब इस संबंध में डीसी मनरेगा सीतापुर से बात की गई तो बताया कि मैं अभी खंड विकास अधिकारी को अवगत कराता हूं।
278 कैदियों को अंतरिम जमानत पर किया गया रिहा
सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित निर्देश के अनुपालन में जिला न्यायाधीश द्वारा दो सदस्यीय न्यायिक अधिकारीगण की समिति द्वारा जिला कारागार सीतापुर के निरुद्ध बंदियों के प्रार्थना पत्र पर कैदियो को अंतरिम जमानत रिहा किया जा रहा है उक्त प्रकरण के संदर्भ में जिला
कारागार में अंडर ट्रायल रिब्यू कमेटी की बैठक प्रभारी जिला न्यायाधीश सीतापुर ध्अपर जिला जज प्रथम सीतापुर की अध्यक्षता में संपन्न कि गयी बैठक में जिला मजिस्ट्रेट सीतापुर पुलिस अधीक्षक सीतापुर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीतापुर व जिला कारागार अधीक्षक ने बतौर सदस्य भाग लिया समिति द्वारा
जिला कारागार सीतापुर में निरुद्ध ऐसे बन्दी जिन पर सात साल से संबंधित आरोप है उन्हें अंतरिम जमानत पर अतिशीघ्र छोड़े जाने के संबंध में चर्चा की गई अभी तक कुल 278 बंदियों को अंतरिम जमानत पर रिहा किया जा चुका है जिनमे से244 बंदियों को अंतरिम जमानत पर तथा 34 सजायाफ्ता बंदियों को पेरोल पर रिहा
किया जा चुका है।
अब तक 2570 जांच, 42 कोरोना पाजिटिव, 54 हजार क्वारंटीन !
सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। कोरोना के मामलो में जिले की स्थित ठीक नही है। जिले का शासन और प्रशासन बेहद सख्ती से पेश आ रहा है और हर समय यही प्रयास किया जा रहा है कि किसी भी कीमत पर लाकडाउन के नियमों उल्लंघनन हो। बाजार से लेकर चैराहों तक पुलिस बल तैनात है और वह हर व्यक्ति को यातायात
नियमों व लाकडाउन पालने की नसीहत दे रहा है। यहां तक जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी और पुलिस अधीक्षक आर एल कुमार भी लालबाग पर खड़े होकर लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करते हुए देखे जा रहे है तथा लोगों से लाकडाउन का पालन करवाने केा लेकर सक्रिय है। ऐसे हालतो में जो सरकारी आंकडे मिले है
उसके अनुसार जिले में कोरोना पीड़ितो का आंकड़ा बयालिस तक पहुंच चुका है। अगर यह दोनो अधिकारियों ने अपनी जाबाजी का परिचय न दिया हेाता तो यह आंकडा चैकाने वाला साबित होगा। शुरूआती दौर में सीतापुर जिला कोरोना मुक्त था लेकिन अचानक ही क्रमवार जमाती जो जिले की मस्जिदों में छिपे थे वह मिलने लगे।
जमातियों को कोरोना था उनकी जांच करवायी गयी और रिपोर्ट पाजिटिव आयी जमातियों को कोरोना के अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके बाद से यह सिलसिला चल निकला और वर्तमान समय में सीतापुर में आधा सैकड़ा के करीब कोरोना कैस पाये गये। जमातियों के बाद में प्रवासी मजदूर अपने अपने घरों में वापस होने लगे
जिसमें मुम्बई और गुजरात, राजस्थान से भी मजदूर अपने घर वापस आये और उनमे से कुछ लोग साथ में कोरोना लेकर आये इस तरह से कोरोना मुक्त सीतापुर में आज की स्थित यह है कि कोरोना के केस आधा सैकड़ा से ऊपर जाने को बेताब है। जिले में बने क्वारंटीन सेण्टरों में करीब 54 हजार से भी अधिक लोग क्वांरटीन
है। उनकी जांचे करवायी जा रही है। सीतापुर में कोरोना से लड़ने के लिये कोरेाना योद्धा जान अपनी जान हथेली पर लेकर उतर आये है और वह हर पल कोरोना से जंग लड़ने के लिये बेताब दिखाई दे रहे है। यहां तक भूखे मजदूरों को खाना खिलाने के साथ ही जरूरमन्द गरीब की मदद भी की जा रही है। सीतापुर के कोरोना
योद्धा प्रशासन का कंधे से कधा मिलाकर साथ दे रहे है। अगर प्रशासन सक्रिय न हुआ होता आज जिले की स्थित कोरोना केसो के मामले में दयनीय हो गयी होती। सीतापुर की सिथत पर आंकड़े दौड़ाये जाये तो सीतापुर की आबादी करीब पच्ची लाख के आस पास है। इस भारी भरकम आबादी वाले जिले में कुल 2570 संदिग्ध लोगों
की जांचे करवाई गयी जिसमें 42 केस पाजिटिव पाये गये। जिसमें में अधिकांश कारेाना के मरीज ठीक भी हुए है। 31 मई को 61 सैम्पल और भेजे गये है जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी है। जिले में 54 हजार से अधिक लोग अलग अलग क्वारंटीन सेण्टरों पर क्वारंटीन है और करीब पच्चीस हजार लोग होम क्वारंटीन से मुक्त भी
किये गये है। इस तरह से सीतापुर में प्रशासन की सख्ती के चलते कोरोना की रफ्तार घट बढ़ रही है लेकिन प्रशासन की सख्ती के सामने कोरोना अपनी रंगत नही दिखा पा रहा है।
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राशन वितरण मे की गयी लापरवाही न ही होगी क्षम्य- अखिलेश तिवारी
सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने बताया कि खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत योजना के अन्तर्गत चिन्हांकित लाभार्थियों को माह मई 2020 तथा जून 2020 हेतु 05 किलोग्राम खाद्यान्न प्रति व्यक्ति तथा 01 किलोग्राम चना प्रति कार्ड धारक की दर
से वितरित कराया जाना है। उक्त योजना के अन्तर्गत भारत सरकार के निर्णय का मूल उद्देश्य प्रवासियों अवरूद्ध प्रवासी श्रमिकों को खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित कराना है। योजना में ऐसे प्रवासियों अवरूद्ध प्रवासियों को आच्छादित किया जाना है, जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के
अन्तर्गत किसी राशन कार्ड से आच्छादित न हो तथा जिसका किसी राज्य केन्द्र शासित प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत राशन कार्ड जारी न होने के कारण उन्हें वर्तमान में खाद्यान्न की सुविधा प्राप्त न हो रही हो। उन्होंने बताया कि उपर्युक्त विषय पर राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त
सूचना के अनुसार वर्तमान में जनपद में लगभग 54572 प्रवासियों अवरूद्ध प्रवासी विभिन्न ट्रॉजिट कैम्प तथा क्वारंटाइन सेन्टर्स में निवासित हैं, जिनमें लगभग 14669 प्रवासियों के आधार संख्या राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के अन्तर्गत जारी राशन कार्डों में पूर्व से ही उपलब्ध हैं। इस प्रकार
प्रथम दृष्ट्या यह प्रतीत होता है कि लगभग 39903 प्रवासी ऐसे है, जिनके पास वर्तमान में राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है। इनकी सूची पूर्ति निरीक्षक लॉगिन पर उपलब्ध करायी गई है।उन्होंने निर्देशित किया है कि पूर्ति निरीक्षक लॉगिन पर उपलब्ध करायी गई सूची को डाउनलोड कर इसे ग्राम पंचायत के सतर्कता
समिति को भी उपलब्ध कराकर उनका सहयोग है ताकि किसी ग्राम पंचायत में निवासित कोई प्रवासीध्अवरूद्ध प्रवासी अस्थाई राशन कार्ड के लाभ से वंचित न रहे। पात्र प्रवासियोंध्अवरूद्ध प्रवासियों का शासनादेश-755 29-6-2020-345 सा0ध्12 दिनांक 19.05.2020 में प्राविधानित व्यवस्था के अनुसार अस्थाई राशन
कार्ड आवेदन निर्धारित प्रारूप पर भरवाते हुए, सम्बंधित पूर्ति निरीक्षक को उपलब्ध करा दिए जाऐ, उसे खाद्यान्न का लाभ अनुमन्य कराया जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिये हैं कि समस्त क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक उनके लॉगिन पर उपलब्ध करायी गई प्रवासियों अवरूद्ध प्रवासियों की सूची तत्काल डाउनलोड
करके ग्राम पंचायत की सतर्कता समिति के सहयोग हेतु सम्बंधित ग्राम पंचायत के ग्राम पंचायत अधिकारी को तत्काल उपलब्ध करा दें। सम्बंधित ग्राम पंचायत अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह उक्त सूची की ग्राम पंचायत की सतर्कता समिति के समक्ष प्रस्तुत करके यह सुनिश्चित करें कि ग्राम पंचायत में
निवासित कोई प्रवासी/अवरूद्ध प्रवासी अस्थाई राशन कार्ड के लाभ से वंचित न रहे। यदि ग्राम पंचायत में कोई पात्र प्रवासियों/अवरूद्ध प्रवासी वंचित रह गया हो, तो उसका शासनादेश-755/29-62020-345सा0/12 दिनांक 19.05.2020 में प्राविधानित व्यवस्था के अनुसार अस्थाई राशन कार्ड आवेदन निर्धारित प्रारूप
पर भरवाते हुए, भरे हुए आवेदन पत्र सूची सहित खण्ड विकास अधिकारी के माध्यम से सम्बंधित तहसील के आपूर्ति कार्यालय में सम्बंधित पूर्ति निरीक्षक को अनिवार्य रूप से 02 दिवस में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, जिससे उन्हें खाद्यान्न का लाभ अनुमन्य कराया जा सके। उन्होंने बताया कि
शासनादेश-755/29-6-2020-345सा0/12 दिनांक 19.05.2020 में प्राविधानित व्यवस्था के अनुसार पात्र प्रवासियों/अवरुद्ध प्रवासियों को अस्थाई राशन कार्ड जारी कराने सम्बंध विस्तृत दिशा-निर्देश उनके आदेश संख्या-551जि0पू0अ0/प्रवासी रा०का0/2020 दिनांक 20 मई 2020 के अन्तर्गत जारी किए जा चुके हैं। इसके
साथ ही क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी, सीतापुर को निर्देशित किया है कि वह सभी क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षकों से समन्वय स्थापित करके उक्त कार्य को प्रत्येक दशा में नियत समयान्तर्गत पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने क निर्देश देते हुये कहा कि इस कार्य को
शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता प्राप्त है। अतः इसमें किसी भी स्तर पर बरती गयी शिथिलता/लापरवाही कदापि क्षम्य नहीं होगी।
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राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ लखनऊ मंडल की ऑनलाइन बैठक संपन्न’
मछरेहटा-सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश लखनऊ मंडल की ऑनलाइन बैठक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सम्पन्न हुई। ऑनलाइन बैठक का संचालन जिला अध्यक्ष लखीमपुर श्री संतोष मौर्य द्वारा किया गया। ऑनलाइन बैठक का शुभारंभ आदरणीय श्रीमान ओमपाल जी राष्ट्रीय सह
संगठन मंत्री व श्रीमान भगवती सिंह जी प्रदेश महामंत्री राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के परिचय के साथ हुआ। तत्पश्चात राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री जी के आदेशानुसार प्रांतीय मंडली व जनपदीय सभी पदाधिकारियों द्वारा परिचय दिया गया। बैठक में मार्गदर्शन प्रदान करते हुए आदरणीय ओमपाल जी ने
सभी से कोविड 19 के फलस्वरूप लाकडाउन के समय में सभी के अनुभव को सुना साथ ही लाकडाउन के समय जनपदों में आयोजित सुलभ दूरी के अनुसार छोटा समूह बनाकर गरीब मजदूरों को भोजन सामग्री उपलब्ध कराने एवं आर्थिक मदद करने, सामूहिक प्रार्थना एवं अन्य कार्यक्रमों की समीक्षा की राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री
जी द्वारा मार्गदर्शन करते हुए बवअपक 19 अंतर्गत उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कहा कि गांव को केंद्र मान कर ही सभी का कल्याण है, हम सभी प्रयास करें जो प्रवासी अतिथि श्रमिकगांव लौट कर आ रहा है उसका मन ठीक रहे। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ऐसे प्रवासी मजदूरों को गांव में
कार्य करने के लिए प्रेरित करें और विद्यालयों में अधिकतम कार्य करने का अवसर प्रदान करें उन्होंने कहा कि ’शिक्षक समाज का मार्गदर्शक बने न की उपदेशक’ राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री जी ने रजत जयंती वर्ष पर आगामी 20अक्टूबर 2020 से नवंबर 2020 में प्रस्तावित विभिन्न कार्यक्रमों यथा शैक्षिक जन
जागरण यात्रा आदि कार्यक्रमों के माध्यम से शैक्षिक अभियान चलाए जाने पर प्रकाश डाला।प्रदेश महामंत्री श्री भगवती सिंह जी ने मंडल के सभी छह जनपदों लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर, उन्नाव, रायबरेली की गत वर्ष की सदस्यता एवं पत्रिका सदस्यता के नवीन लक्ष्य निर्धारित किए इसके साथ ही विभिन्न
समितियां बनाने जैसे अनुशासन समिति, प्रचार समिति, सोशल मीडिया समिति का सुझाव देते हुए मार्गदर्शन प्रदान किया।बैठक में प्रदेश कार्यालय प्रमुख श्री संदीप बालियान जी व लखनऊ मंडल के जनपदों के पदाधिकारी गण, मंडल महामंत्री श्री श्वेता जी, सीतापुर से जिला अध्यक्ष श्री महेश मिश्रा, लखीमपुर से
संतोष मौर्य, उन्नाव से यशपाल सिंह, हरदोई से श्री संजय शुक्ला, रायबरेली से श्री वीरेंद्र सिंह, लखनऊ से श्री वीरेंद्र यादव, सीतापुर महामंत्री कृष्ण मोहन गुप्ता, लखीमपुर महामंत्री अर्चना भास्कर, हरदोई महामंत्री देवेंद्र गुप्ता, सीतापुर जिला मीडिया प्रभारी देवर्षि प्रताप सिंह, सह मीडिया
प्रभारी संतोष सिंह, जिला मंत्री शशिबाला सुमन, जिला मंत्री संजीव रावत जिला कोषाध्यक्ष इंद्रसेन गौतम, सह संगठन मन्त्री राजेश वर्मा, जिला मन्त्री राजेंद्र शुक्ला, जिला महिला उपाध्यक्ष श्रीमती चेतन चित्रा व समस्त 6 जनपदों के जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने बैठक में प्रतिभाग किया।
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