वीसी के जरिये क्षेत्रीय महामंत्री ने नगर इंकाई टू से की कोरोना कार्यो की समीक्षा
सीतापुर , 05 जून 2020
( U.P.Samachar Sewa) > फोटो न 04सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। कोरोना काल में भाजपा नगर ईकइ टू द्वारा कोरोना योद्धाआं और कोरोना को लेकर क्या क्या कार्य किये गये है और आगामी दिनों में भाजपा पदाधिकारियों को क्या करना है इन सभी मामलो को लेकर भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री दिनश तिवारी ने
वीसी के जरिये सभी तैयारियों का जायजा लिया और आगामी कोरोना काल मे टीम को क्या करना है इसके बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। गौरतलब हो कि भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री दिनेश तिवारी , सीतापुर विधानसभा की प्रभारी जया सिंह व सीतापुर नगर 2 के अध्यक्ष श्रीप्रकाश सिंह जी द्वारा वीडियो
कांफ्रेंसिंग के जरिये कोरोना काल में मंडल पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से कुशलक्षेम जाना तथा मंडल,सेक्टर,व बूथ के बारे में जानकारी प्राप्त कर कार्यकर्ताओं का कोरोना काल में उत्साहवर्धन किया! क्षेत्रीय महामंत्री दिनेश तिवारी जी ने कार्यकर्ताओं से फोन द्वारा सम्पर्क करते रहने के लिये कहा!
जिससे कार्यकर्ता उत्साहित हो और मेहनत व लगन से पार्टी का कार्य कर सके!इस वीडियो कांफ्रेसिंग मीटिंग में मंडल पदाधिकारी महामंत्री अनीत मिश्र, रामबाबू श्रीवास्तव, मनीष पाण्डेय, अनुराग दीक्षित, संदीप अवस्थी, विजय शुक्ला, प्रियंका वर्मा, रमेश चन्द त्रिवेदी, राजबहादुर सिंह, राजन गुप्ता, ममता
डोडेजा, मयंक राठौर सौरभ मिश्रा, संतोष गुप्ता आदि कार्यकर्ता शामिल हुए!
वन विभाग कर्मचारियों के द्वारा किया गया वृक्षारोपण- अमित कटियार
बिसवां-सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बिसवां रेंज कार्यालय मे वन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा वृक्षारोपण किया गया स इस मौके पर क्षेत्रीय वन विभाग अधिकारी श्री अभय कुमार मल, वन दरोगा श्री अमित कुमार कटियार श्री छत्रपति सिंह, हिमांशु वर्मा, प्रद्युम्न
त्रिपाठी मौजूद रहे । इस अवसर पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पर्यावरण को संतुलित करने के लिये पौध रोपण और रोपित किये गये पौधो की सेवा करने की जिम्मेदारी भी जनता को उठानी होगी। उन्होने कहा कि आज समय आ गया है कि जब हर सख्श को पौध रोपणा करना होगा तभी पर्यावरण संतुलित होगा।
बिगड़ते पर्यावरण का नतीजा है महामारी-पदमकान्त शर्मा
बिसवाँ-सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। जलवायु परिवर्तन को लेकर दुनिया को गंभीर होना ही होगा,क्योंकि सर्वेक्षण में जो तथ्य उभर कर आ रहे है। उसके अनुसार गंभीर बीमारियों का आगमन प्रकृति और मनुष्य के बीच संतुलन बिगड़ने का ही नतीजा है उक्त उदगार खंबापुरवा बलवंत नगर में पर्यावरण संरक्षण समिति
बिसवा व सामाजिक संस्था समर्पण के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जागरूकता संगोष्ठी में कला कुंज पत्रिका के संपादक ,वरिष्ठ साहित्यकार पदम कांत शर्मा ने बतौर मुख्य वक्ता कही। कार्यक्रम का शुभारम्भ उपस्थित जनों ने तुलसी के पौधे का पूजन कर किया । अध्यक्षता समाजसेवी शिवकुमार खेतान ने की।लोगो को
संबोधित करते हुए शिक्षक साहित्यकार मुरारी लाल श्रीवास्तव ने कहा लाक डाउन अवधि पर्यावरणीय प्रदूषण समाप्त सा हुआ है ये इंगित करता है कि प्रदूषण के दोषी हम स्वयं है हम पौध रोपण तो करे परंतु उस पौधे को बृक्ष बनने तक उसकी सुरक्षा का संकल्प भी ले। समिति के अध्यक्ष अरुण नाथ सिंह ने बताया 25
वर्षों से लगातार इस क्षेत्र में कार्य कर नगर को ग्रीन सिटी बनाने का प्रयास है । गत वर्ष मुख्यमंत्री के पौध रोपण अभियान में इस समिति ने काफी संख्या में पौध रोपण कराकर विश्व रिकार्ड बनाने में शासन का सहयोग किया था। भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष उच्च न्यायालय के अधिवक्ता विजय
मौर्य , विधिवेत्ता व वरिष्ठ पत्रकार आर एन सिंह, अमर मेहरोत्रा ने भी पर्यावरण के प्रति लोगो को अपने दायित्व का निर्वहन करने तथा प्रकृति के दोहन को गंभीरता से लेने का आवाहन किया। अरुण नाथ सिंह ने सभी को उपहार स्वरूप एक पौधा भेट किया । कार्यक्रम का संचालन समर्पण संस्था के सचिव संजय
श्रीवास्तव ने किया। समापन अवसर पर बृक्षारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। खंभापुरवा में आयोजित पर्यावरण संगोष्ठी में पर्यावरण के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट योगदान व प्राकृतिक वातावरण सृजन हेतु सामाजिक संस्था ,समर्पण, की ओर से अरुण नाथ सिंह व पत्रकार संघ अध्यक्ष आलोक अवस्थी एडवोकेट को
प्रकृति प्रेमी सम्मान से अलंकृत किया गया ये सम्मान समर्पण संस्था के प्रांतीय अध्यक्ष मुरारी लाल श्रीवास्तव, महासचिव एस एस भागीरथी के द्वारा दिया गया । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दोनों विभूतियों को सम्मानित किए जाने पर नगर के प्रबुद्धजनों , समाजसेवियों, पत्रकारों ने उन्हें बधाई दी
है ।
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आशा का समय से भुगतान सुनिश्चित करें संबंधित अधिकारी-जिलाधिकारी
सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, राष्ट्रीय
किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, होम बेस्ड न्यूबार्न केयर कार्यक्रम, आशा भुगतान, राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम, परिवार नियोजन आदि योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिये कि आशाओं के लंबित भुगतान को तत्काल कराया जाये। इसमें विलम्ब को गंभीरता से लेते हुये दोषी
के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। अनियमित रूप से टेण्डर प्रकाशित किये जाने के मामले की जांच कराते हुये डिस्ट्रिक एकाउन्ट मैनेजर एवं अन्य दोषियों के विरूद्ध चेतावनी जारी कर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान सर्वप्रथम जिलाधिकारी द्वारा कोविड 19 संक्रमण को रोकने में
स्वास्थ्य विभाग के कार्यो की सहराना की। जिले में स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता, सतर्कता व सहयोग की वजह से जिले में कोरोना की स्थिति कंट्रोल है। हॉटस्पॉट खैराबाद में आशाओं और आँगनवाड़ी द्वारा किये गए सभी घरों के सर्वे व स्क्रीनिंग कार्यो की सहराना की। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में आशा
भुगतान में कम उपलब्धि वाले ब्लॉक सिधौली, गोंदलामऊ, महोली, मछरेहटा, पिसावां के अधीक्षकों को समय से आशा भुगतान करने के निर्देश दिए। इंस्टिट्यूशनल डिलेवरी व महिला नसबंदी की प्रगति पिछले वर्ष वित्तीय 2018-19 की अपेक्षा वर्ष वित्तीय 2019-20 में बढ़ोत्तरी हुई है। जिले में बॉयोमेडिकल वेस्टेज
का निस्तारण करने वाली एजेंसी का कार्य संतोषजनक नही है। ऐजेंसी को प्रतिदिन बॉयोमेडिकल वेस्टेज सभी चिकित्सालयांे व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से उठाने के निर्देश दिए गए। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि बाढ़ वाले क्षेत्रों में समय से आवश्यक तैयारी कर ले, चिकित्सा व्यवस्था की
तैयारी पहले से ही बनाये रखे। मानसून आने से पहले वेक्टर जनित रोगों से निपटने के लिए सभी ब्लॉकों पर तैयारी कर ली जाए, लोगांे को अभी से ही जागरूक करना शुरू कर दे। वेक्टर जनित रोगों को नियंत्रण करने के लिए ब्लॉक स्तर पर ही टीम बना ली जाए। एडीओ पंचायत अपने सफाईकर्मी द्वारा गावो में सफाई
करवाई जाए। लार्वासाइडल का छिड़काव किया जाए। पेयजल वाले हैंडपम्पों में क्लोरीन की टेबलेट डाली जाये। क्षय रोगियों की सभी जांचे व उपचार कोरोना संक्रमण में भी जारी रखे रहने के निर्देश दिए। शासन स्तर से जनपद सीतापुर के जिला चिकित्सालय में आवश्यक उपकरण लगाये जाएगें जिससे टी बी व कोरोना के
मरीजों की जांच हो सकती है। इस मशीन से लक्षण व हाई प्रियॉरिटी वाले मरीजों की जांच होगी। जिलाधिकारी महोदय द्वारा कोविड अस्पताल व नॉन कोविड अस्पताल दोनों में मरीजांे को देखने व उपचार करने हेतु निर्देशित किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर फीवर क्लीनिक
शुरू करने के निर्देश दिए। सभी अधीक्षिको को निर्देशित किया कि वे अपने चिकित्सालय में बाहरी तरफ एक रूम का चयन कर चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाते हुए फीवर क्लीनिक में बुखार, खाँसी, इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेसध्सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन आदि के मरीजों की ओपीडी की व्यवस्था
करना सुनिश्चित करे। इस रूम/ओपीडी में देखें जाने वाले मरीजों हेतु दवा वितरण का काउंटर भी इसी रूम में बनाया जाए। रोगियों की देखभाल में लगे चिकित्सक एवम पैरामेडिकल स्टाफ को कोविड 19 से सम्बंधित सुरक्षा मानकों का पालन कराया जाए तथा नॉन कोविड मरीजो पर भी ध्यान दिया जाए। यथासंभव ऐसे मरीजों
का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर ही किया जाये। अपरिहार्य एवं आवश्यक परिस्थितियों में ही जिला महिला चिकित्सालय को संदर्भित किया जाए। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी संदीप कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 आलोक वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 ए0के0 अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा
अधीक्षिका डा0 सुषमा कर्णवाल, वरिष्ठ कोषाधिकारी जान्हवी मोहन, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।
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डीएम ने दिये सख्त निर्देश और समझी व्यापारियों की समस्याएं
सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने बताया कि शासन से प्राप्त निर्देशो एवं विभिन्न व्यापार मण्डलों की मांग के दृष्टिगत तथा जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए संशोधित समय सारिणी जारी की गई है। उन्होंने कहा कि दुकानों को खोले जाने से सम्बंधित जो दिशानिर्देश पूर्व
में जारी किये गए थे, वह सभी प्रभावी रहेंगे। बाहर से बड़ी संख्या में लोगों के आने से हमें स्वयं को वायरस के प्रकोप से बचाना होगा, इसलिये स्वयं मास्क का प्रयोग अवश्य करें एवं ग्राहकों को भी मास्क का प्रयोग करने के लिये प्रेरित करें। दुकानदारों से अपेक्षा है कि वह जरूरमंद ग्राहकों को
निःशुल्क मास्क भी उपलब्ध कराएं एवं बिना मास्क के ग्राहकों को सामग्री विक्रय न करें। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिये कि अतिउत्साह में बाजार में अनावश्यक भीड़ न हो यह सुनिश्चित किया जाये। जो अनुशासन अब तक बना रहा है वह आगे भी बना रहे, जनपद के सभी संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि बाजार खुलने का मतलब स्वच्छन्दता नही है, लाकडाउन अभी भी प्रभावी है तथा महामारी अधिनियम भी लागू है इसलिये नियमों का सभी पालन करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि धारा 144 लागू है इसलिये इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि मास्क का प्रयोग न करने वालों
पर जुर्माना किया जायेगा तथा अनावश्यक रूप से घूमते मिलने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। सोशल डिस्टेंसिंग, कोविड प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करना होना है। दुकान में ग्राहक का प्रवेश हैण्डसेनिटाईजेशन के उपरान्त ही कराया जाये तथा दुकान में दुकानदार, सेल्समैन एवं ग्राहक को मिलाकर अधिकतम 5
व्यक्ति ही रहें। होम डिलीवरी को प्रोत्साहित करने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिये। उन्होंने कहा कि कपड़े और जूते की दुकानों में ट्रायल करना प्रतिबन्धित रखा जायेगा। उन्होंने सभी अपील की कि दुकान में आने वाले ग्राहकों को आरोग्य सेतु डाउनलोड करने के लिये भी प्रेरित करें। जिलाधिकारी ने बताया
कि पान, गुटखा, तम्बाकू, रेस्टोरेन्ट, चाय की दुकान, चाट-पकौड़ी, अण्डा, मछली, मीट आदि के ठेले, शापिंग माल, मार्ट, सिनेमा हाल, बारात घर-(अनुमति के आधार पर) पूर्ण रूप से बन्द रहेंगें। उन्होंने बताया कि मेडिकल स्टोर प्रतिदिन पूर्वान्ह 09.00 बजे से सांय 07.00 बजे तक खोला जा सकेगा। किराना एवं
दूध की दुकानें प्रातः 07.00 बजे से अपरान्ह 02.00 बजे तक, गलियों में फल एवं सब्जी का विक्रय ठेला, चलते फिरते वाहनों द्वारा प्रतिदिन प्रातः 7.00 बजे से सांय 07.00 बजे तक किया जा सकेगा। खाद्य, बीज, पेस्टीसाइड प्रतिदिन पूर्वान्ह 07.00 बजे से अपरान्ह 03.00 बजे तक खोली जा सकेगी। कृषि से
संबंधित उपकरण/मरम्मत, मिट्टी के बर्तन आदि पत्तल, दोना प्रतिदिन पूर्वान्ह 11.00 बजे से सांय 05.00 बजे तक खोली जा सकेंगी इसके अतिरिक्त सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को पूर्वान्ह 11.00 बजे से सांय 07.00 बजे तक किताबे, स्टेशनरी की दुकानें, मुहर की दुकान, स्पोर्ट, टायर ट्यूब, रिम तथा
रिपेयरिंग की दुकान, चस्मा घर, सीमेंट, सरिया, बालू, मौरंग, बांस, बल्ली, पटरा, (समस्त बिल्डिंग सामग्री), हार्डवेयर, सेनेटरी, लोहे की दुकान, फोटोग्राफी, फोटोग्राफिक लैब, ज्वैलरी की दुकानें, कम्प्यूटर हार्डवेयर, साफ्टवेयर की दुकान, गिफ्ट, मोबाइल की दुकानें, साइकिल की रिपेयरिंग, इलेक्ट्रिक
और इलेक्ट्रानिक्स, बर्तन, आटोमोबाइल रिपेयरिंग, प्रिंटिंग प्रेस, आफसेट, फ्लैक्स से संबंधित प्रतिष्ठान, कूलर व लोहे का बक्सा, बखरी की दुकान खोली जा सकेंगे।
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घर में ही रहकर मनाया गया विश्व पर्यावरण दिवस - रुची सिंह यादव
रेउसा-सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी। इसे 5 जून से 16 जून तक
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था। 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण से सारी दुनिया त्रस्त है. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 22
मार्च से देश भर में लॉकडाउन किया था स इसके बाद से देश भर में सड़कों पर निजी वाहनों का चलना बंद सा हो गया था स सिर्फ जरूरी सामानों की ढुलाई करने वाले वाणिज्यिक वाहनों को ही सड़क पर उतरने की इजाजत दी गयी थी स इसके साथ ही पूरे देश में निर्माण कार्य पर रोक लगी हुई थी ।इससे पूरे देश में
प्रदूषण का स्तर काफी कम हुआ है स कोरोना लॉकडाउन की वजह से पूरा भारत जैसे थम सा गया गया था, जिसका सीधा असर प्रदूषण के स्तर पर दिख रहा है स प्रदूषण में काफी गिरावट देखी गई है।अमेरिका स्पेस एजेंसी नासा के सेटेलाइट डाटा से पता चला है कि इन दिनों उत्तर भारत में वायु प्रदूषण 20 साल में सबसे
निचले स्तर पर है स नासा ने इसके लिए वायुमंडल में मौजूद एयरोसॉल की जानकारी हासिल की। फिर ताजा आंकड़े की तुलना 2016 से 2019 के बीच खीचीं गई तस्वीरों से की कोरोना वायरस के प्रकोप के बावजूद इस साल प्रदूषण के स्तर में जो गिरवाट देखने को मिली है स उससे इस बार का पर्यावरण दिवस हर साल से अलग
हुआ है स इस साल लॉकडाउन के चलते आपको पर्यावरण दिवस घर पर ही मनाना पड़ा स लोग घर पर ही रहकर पर्यावरण दिवस मनाया और घर ही मे पेड़ रोपित किया स और हम सब विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक किसी प्रकार का एक पेड़ लगाकर उसकी रक्षा भी करते हैं।कोरोना वायरस के कारण भारत के कई राज्यों में पान मसाला
के प्रयोग एवं इधर उधर थूकने पर प्रतिबंध लगाया गया है. इधर उधर थूकने की आदत को हम सुधारकर भी प्रर्यावरण दिवस का हिस्सा बन सकते हैं । पर्यावरण दिवस के मौके पर घर में ही पौधे रोपित किये गये ।घर की चीजों जैसे रू-प्लासटिक, कागज, इत्यादि को रिसाइकल करके हम प्रदूषण को रोकने की कोशिश कर रहे
हैं स प्लासटिक की पुरानी बोतलों को बीच से काटकर उसे हम गमले के रूप में प्रयोग में ला सकते हैं । पॉलीथिन का प्रयोग बंद कर हम कपड़े के थैलों का प्रयोग कर सकते हैं ।फ्रिज के पानी के बजाय मटके का ठंडा पानी को पीना चाहिए ऐसी का प्रयोग कम नाम मात्र के बराबर करने से भी प्रदूषण को रोकने मंय हम
मदद कर सकते हैं । जनपद सीतापुर जिले के रहने वाली रुची सिंह यादव जी ने बताया की विश्व पर्यावरण दिवस हमें इस बात का एहसास दिलाता है कि हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए एवं हमें अपनी प्रकृति से प्रेम करना चाहिए. पेड़-पौधों को अपनी सुख सुविधाओं के लिए नष्ट नहीं करना चाहिए, बल्कि पेड़-पौधे
ज्यादा से ज्यादा लगाने चाहिए, ताकि हमारी धरती हरी-भरी रहे. आधुनिक समय में औद्योगिकीकरण ने कार्बन उत्सर्जन की मात्रा को कई गुणा बढ़ा दिया है. कार्बन से उत्पन्न प्रदूषण को तभी कम किया जा सकता है, जब हम खूब पेड़-पौधें लगाए. नदी, नाले, झरने इत्यादि की रक्षा करें।
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