सरकार ने खोला खजाना, बस जनता करती रहे लाकडाउन का पालन -डा. महेश गुप्ता
सीतापुर , 14 मई 2020
( U.P.Samachar Sewa) > कोरोना संकट से देश की जनता को डरने की जरूरत नही है देश का अंतिम गरीब तक भूखा न रहे इसके लिये सरकार ने अपना खजाना गरीबो पर लुटा दिया है। बस देश की जनता लाकडाउन का पालन करते हुए सरकार और शासन के निर्देशों पर अपना कार्य करे। क्येाकि जागरूकता और दो गज दूरी ही कोरोना का
काल है। इस कारण हर व्यक्ति हर स्थित में एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाकर चले और लाकडाउन का पालन करते हुए इस बात पर विशेष ध्यान दे कि बाहर निकलते समय नाक और मंुह को जरूर ढके। क्येाकि नाक और मंुह के रास्ते से ही कोरेाना इंसान को संक्रमित कर सकता है बाकी बार बार हर व्यक्ति किसी भी साबुन से अपने हाथ
धोता रहे। यह बात वरिष्ठ भाजपा नेता एवं प्रख्यात सर्जन डा. महेश गुप्ता ने एक मुलाकात के दौरान कही।
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं प्रख्यात सर्जन डा. महेश गुप्ता ने कहा कि कोरेानावीरो से टकराकर कोरोना धराशायी हो रहा है। इसके बाद भी देश की स्थित ठीक नही हैं देश की जनता को सुरिक्षत करने के लिये लाकडाउन-4 को भारत पर लागू करना होगा। लाॅकडाउन चार में देश की जनता को शर्तो के साथ छूट मिल सकती है लेकिन लाकडाउन
का कड़ाई के साथ पालन करना होगा। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं प्रख्यात सर्जन डा. महेश गुप्ता ने कहा कि हम आये दिन जनता को सचेत कर रहे हे कि लाकडाउन की एक ऐसा हथियार है जिससे कोरोना को हराया जा सकता है इस कारण जनता घर पर ही रहे और सुरक्षित रहे। अगर देश की जनता को कोरोना को मात देनी है तो सबसे बेहतर तरीका
यही है कि घर में रहे कूल और कोरोना को करे दूर। जब जनता घर से बाहर ही निकलेगी तो कोरोना का खत्म होना लाजिमी है। लाकडान का इतिहास गवाह है कि देश के जिन जिन प्रान्तो और जनपदों में लाॅकडाउन का सख्ती से पालन कराया गया है और जहंा की जनता ने सरकार का दिल से सहयेाग दिया है आज वह जिले और प्रान्त भी कोरोना
से मुक्त हेा रहे है। कोरोना ही इस महाजंग में भारत लगातार जीत की ओर बढ़ रहा हे और न दिखाई देने वाला शत्रु भारत को छोड़कर भाग रहा है।
डा गुप्ता ने कहा कि अगर जमातियों ने खेल न खेला होता तो आज भारत में कोरेाना की स्थित ही दूसरी होती और अब तक भारत से कोरेाना का नामोनिशान ही मिट गया होता। वरिष्ठ भजपा नेता एवं प्रख्यात सर्जन डा. महेश गुप्ता ने कहा कि आज भारत के जर्रे जर्रे को चाहिए को वह कोरोना वीरो का सम्मान करे क्येाकि जो डाक्टर
कोरोना मरीजो का उपचार कर रहे है वह अपनी जान हथेली पर रखकर ही कोरोना पीड़ितो का उपचार कर रहे हैं। हर सभी लोग देश की सेवा जनता की सुरक्षा में तत्पर्य है अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा कर रहे है इस कारण जनता हमारा साथ दे और लाकडाउन का सख्ती के साथ पालन करें।
निरीक्षण के दौरा सराही गयी मण्डी व्यवस्थाएं फिर भी विनय गुप्ता ने अधिकारियों के सामने रखी व्यापारियों की समस्याएं
सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। अपनो पर और अपने व्यापारियों की आन की खातिर अपनी जान की बाजी लगाने वाले व्यापारी नेता विनय गुप्ता आज व्यापारियों के लिये संकट मोचन बन गये है। आज पूरी दुनिया
कोरोना संकट से जूझ रही है इस संकट की चपेट में सीतापुर के व्यापारी , श्री गुप्ता के अपने और पराये सभी है। कोरोना संकट और संक्रमण का जागरूकता ही इसका बचाव है। ऐस े हालातों में जब व्यापार बंद है तो व्यापारियों के सामने संकट आना लाजिमी है। इसके बाद भी व्यापारी नेता विनय गुप्ता अपने व्यापारियों के लिये
संकट मोचन ही साबित हो रहे है क्येाकि चैथे लाकडाउन में कोरोना प्रोटोकाल के साथ ही कुछ व्यापारो को ख्ुलना है ताकि जान के साथ जहान चलता रहे। इसी दौरान मण्डी राजधानी और जनपद के अधिकारियों ने मण्डी का औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बारीकी से मण्डी की हर तस्वीर देखी लेकिन कहीं पर कोई कमी नही नजर आयी
है और तो और उम्मीद से जयादा मण्डी में व्यवस्थाएं दिखाई दी जिसमें साफ सफाई की व्यवस्था को देखकर अधिकारियों का दिल ही खुश हो गया। विनय गुप्ता के नेतृत्व और कर्मठता को देखकर निरीक्षण करने आये व्यापारियों को कहना पड़ा कि मण्डी परिषद की हर व्यवस्था तो ठीक है लेकिन सबसे प्यारी व्यवस्था तो सफाई सफाई की
है। जब अधिकारियेां को विनय गुप्ता के साहस के बारे में पता कि यह मण्डी परिषद सहित जनपद के व्यापारियांे का एक नेता ऐसा है जो व्यापारियों के फरिश्ते कहे जाने वाले स्व. ओम प्रकाश गुप्ता के सपनो को साकार कर रहा है। आज इस दुनिया में ओम प्रकाश नही है लेकिन स्व. गुप्ता के खून पसीने से सींचा हुआ पौधा विनय
गुप्ता के रूप में वट वृक्ष वनकर व्यापारियों की सहायता करने के लिये तैयार खड़ा है। पाठको सत्य तो सत्य होता है उसके नकारा भी तो नही जा सकता है सत्य यह भी है कि आज व्यापारी नेता संकट के समय विनय गुप्ता की शक्ल में ओम प्रकाश गुप्ता को ही देखता है देखे भी क्यो न विधायक व व्याारियों के मसीहा ओम प्रकाश
गुप्ता ने विनय गुप्ता को जो शिक्षा दी थी उसी शिक्षा को अपना हथियार बनाकर विनय गुप्ता व्यापारियों के हर संकट में उनकी मदद करते है। नकारा इसे भी नही जा सकता है कि विनय गुप्ता आज व्यापारियों की बहुत बड़ी ताकत बन चुके है। आज जिले का जब भी कोई व्यापारी किसी सकंट से घिरा होता है और विनय गुंप्ता को इसकी
जानकारी होती है तो वह संकट मोचन बनकर व्यापारी की समस्या खत्म करने पहुंच जाते है। इसी क्रम में विगत दिवस निदेशक, राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद डा. जितेन्द्र प्रताप सिंह उप निदेशक, प्रशासन, लखनऊ संभाग गिरजा शंकर सिंह उप निदेशक निर्माण आफताबउर्र रहमान उप निदेशक, विधुत याँत्रिक वीरेन्द्र कुमार, जिला
खाद्य विपणन अधिकारी अरविंद कुमार दुबे जी, सीतापुर मण्डी सचिव श्रीमती ज्योति चैधरी जी, मण्डी प्रशासन श्री अनुराग गुप्ता जी, श्री विसर्जन पाल अवर अभियंता अनुज तिवारी, एई राम प्रवेश दुबे के द्वारा गल्ला मण्डी में संचालित सभी गेंहू खरीद सेंटर का औचक निरीक्षण किया गया। सब सही पाया गया। उपरोक्त निदेशक
टीम के द्वारा किसानों से भी वार्ता की गयी। तगड़ी धूप में अचानक सीतापुर पहुँचे निदेशक डॉ. जितेन्द्र प्रताप सिंह ने मण्डी परिषद के द्वारा नियुक्त 8 मण्डी मित्रों के साथ अलग अलग वार्ता की। गल्ला मण्डी के महामंत्रीध्मण्डी मित्र विनय गुप्ता से निदेशक ने इस लाकडाउन के तहत प्रदेश में किसानों, व्यापारियों,
उधमियों, श्रमिकों के लिए और भी अच्छा किया जा सके, कई तरह के सुझाव माँगे। निदेशक गल्ला मण्डी में व्यापारियों की दुकानों, सड़क, प्लेटफार्मो, नालियों की साफ सफाई को देखकर बहुत ही संतुष्ट दिखे। मण्डी मित्र मुन्ना लाल गुप्ता, मोहित मिश्रा मनीष राठौर कपिल गुप्ता सौरभ जायसवाल अम्बुज गुप्ता गौरव जायसवाल
सहित सभी को मण्डी में कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु सभी को और जागरूक करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए। महामंत्री विनय गुप्ता के द्वारा किसानों, श्रमिकों सहित सभी व्यक्तियों का थर्मल स्क्रीनिंग भी किया गया। और मास्क, सेनेटाइजर, ग्लब्स, अंगौछा आदि भी उनके द्वारा मुहैया कराया गया। व्यापारी नेता
विनय गुप्ता के खाते से मण्डी मित्र का भी पद जुड़ गया है। वैसे व्यापारी नेता विनय गुप्ता अनेको सम्मानों एव विभिन्न व्यापारिक संगठनो से हमेशा ही जुड़े रहे है और उनकेा संगठनों द्वारा अहम पदों से नवाजा जाता है और सीतापुर में ही नही बल्कि गैर जनपदों में भी श्री गुप्ता को व्यापारियों के संकट मोचन के रूप
में देखा जाता है और सम्मानित भी किया जाता है। ऐसे में मण्डी समिति के अधिकारियों को यह अभास हुआ कि विनय गुप्ता जैसो दिगर व्यापारी नेता को अगर मण्डी मित्र बनाया जाये तो करीब करीब सभी समस्याएं दूर हो सकती हैं क्येाकि ऐसे महत्वपूर्ण पदों पर कर्मठ और धैर्यवान व्यक्ति ही सही रहता है इसी सोच के साथ श्री
गुप्ता को मण्डी मित्र के पद से नवाजा गया और श्री गुप्ता ने इस पद को एक चुनौती के रूप में ग्रहण किया और मण्डी समिति की तस्वरी ही बदल दी। आज सीतापुर की मण्डी समति प्रान्त के अन्य जिलो की अपेक्षा सबसे बेहतर गिनी जा रही है।
15 से कार्ड धारको को मिलेगा प्रति यूनिट पांच किलो चावल व एक किलो चना- संजय प्रसाद
सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। जिला पूर्ति अधिकारी संजय कुमार प्रसाद ने बताया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण प्रभावित होने वाली विभिन्न प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियों के कारण दैनिक रूप से काम करने वाले मजदूरों के भरण-पोषण के दृष्टिगत माह मई 2020 के नियमित खाद्यान्न का वितरण दिनांक 11.05.2020
तक कराया गया है, जिसके अन्तर्गत 214456 मनरेगा जॉब कार्ड होल्डर कार्ड धारकों, 5476 श्रम विभाग में पंजीकृत कार्ड धारकों, 2811 नगर निकायों में पंजीकृत कार्ड धारकों व 81957 अन्त्योदय कार्ड धारकों को कुल 304714 कार्ड धारकों को निःशुल्क वितरण कराया जा चुका है तथा 525291 पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को
भुगतान से वितरण कराया जा चुका है। इस प्रकार जनपद में कुल 830005 कार्ड धारकों को वितरण कराया जा चुका है। उक्त के अतिरिक्त प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत जनपद के सभी अन्त्योदय योजना एवं पात्र गृहस्थी योजना के कार्ड धारकों को 05 किग्रा प्रति यूनिट की दर से निःशुल्क चावल एवं 01 किग्रा
प्रति कार्ड की दर से निःशुल्क चना का वितरण दिनांक 15.05.2020 से प्रारम्भ होगा।उक्त वितरण को सुचारू रूप से एवं सुरक्षित ढंग हो सके, इस हेतु समस्त उचित दर विक्रेताओं को निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि वितरण के समय अपनी उचित दर की दुकान पर साबुन, सेनेटाइजर व स्वच्छ पानी की पर्याप्त व्यवस्था
सुनिश्चित करें और हाथ धुलने के उपरान्त ही बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण किया जाए। वितरण करते समय उचित दर की दुकान पर सामाजिक दूरी अनिवार्य रूप से बनाई रखी जाए। सभी उचित दर की दुकानों पर कम से कम एक-एक मीटर की दूरी पर गोले बनाकर वितरण कराया जाए। सभी उचित दर विक्रेता एवं कार्ड धारक वितरण के समय मुंह ढकने
के लिए अनिवार्य रूप से मास्क, रूमाल या गमछा का प्रयोग करें। महिलाएं भी मुंह ढककर आएं। उचित दर विक्रेताओं द्वारा निर्धारित मात्रा व मूल्य पर ही आवश्यक वस्तुओं का वितरण नियमानुसार किया जायेगा। प्रत्येक दशा में इसे सुनिश्चित किया जायेगा कि घटतौली, अधिक मूल्य लिये जाने, निर्धारित मात्रा से कम दिए व
कालाबाजारी की की शिकायत प्राप्त होने पर कठोर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।उन्होंने समस्त क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षकों को निर्देशित किया है कि वह अपने क्षेत्रान्तर्गत नोडल अधिकारियों की उपस्थिति में नियमानुसार निःशुल्क चावल व चना का वितरण सम्बंधित उचित दर की दुकानों पर कराना सुनश्चित करें तथा उक्त
आदेशों का कड़ाई से अनुपालन कराना सुनिश्चित करें। यदि वितरण किसी प्रकार की शिथिलताध्अनियमितता प्रकाश में आती है, तो सम्बंधित के विरूद्ध समुचित कार्यवाही सुनिश्चित करायें
देवपुरी मंदिर के मुख्य द्वार पर लटक रहा ताला
नैमिषारण्य-सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। नैमिषारण्य में स्थित श्री स्वामी नारदानंद आश्रम में स्थित देवपुरी मंदिर के प्रबंधक द्वारा मंदिर में रहने वाले लोगों को अपने साधनों से आश्रम से बाहर निकलने पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गयी है। जिससे अन्दर रहने वालों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है । देवपुरी
मंदिर में वाहन आने-जाने के लिये प्रयुक्त होने वाले मुख्य दरवाजे पर ताला लगा दिया गया है। जिसके चलते वहां के निवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । ज्ञात हो कि प्रथम लॉकडाउन में नैमिष चैकी इंचार्ज रोहित दुबे ने देवपुरी में आकर अनावश्यक कार्य से बाहर निकलने पर रोक लगाई थी लेकिन देवपुरी
मंदिर के प्रबंधक गोविंद शुक्ला 1 महीने से मंदिर के मुख्य द्वार पर ताला लगा रखा है। जिससे कि स्थानीय बुजुर्गों को पैदल राशन लाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है लेकिन बुजुर्गों की सुनने वाला कोई नहीं। देवपुरी मंदिर के प्रबंधक अपनी मर्जी से जिसको चाहते हैं उसकी गाड़ी देवपुरी मंदिर के कपाट
खोलकर बाहर निकाल देते हैं लेकिन अगर उनकी मर्जी नहीं है तो गाड़ी बाहर नहीं निकालते हैं। देवपुरी मंदिर के प्रबंधक अपने अहंकार के आवेश में आकर यह तक कह दिया कि मैं किसी पत्रकार को नहीं मानता और अगर किसी को बाहर जाना है तो वह नैमिष चैकी इंचार्ज के पास जाकर लिखित में आदेश लेकर आए तो मैं उसे बाहर जाने
दूंगा।
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