सीतापुर के नए एसपी बने राकेश कुमार सिंह
सीतापुर , 17 जून 2020
( U.P.Samachar Sewa) > शासन स्तर से सीतापुर के पुलिस महकमें में बड़ा फेर बदल किया गया हैं। एक सप्ताह के दौरान दो अधिकारियेां का तबादला किया है। जिसमें पुलिस अधीक्षक एवं अपर पुलिस अधीक्षक दोनेा आलाधिकारियेां का स्थानान्तरण कर दिया गया हैं।
जानकारी के अनुसार सीतापुर में जाबाज पुलिस
अधिकारी , जनता के रक्षक तथा कोरोना योद्धा के रूप में अपनी पहचान बना चुके एल आर कुमार का शासन ने प्रमोशन करके उनको राजधानी बुलाकर उनके हाथों में डीआईजी सतर्कता अधिष्ठान की कमान थमा दी है तो वहीं श्री कुमार की जगह पर तेज तर्रार अपराधियों में खौफ पैदा करने वाले जाबाज पुलिस अधिकारी राकेश
प्रकाश सिंह को बतौर कप्तान के पद पर तैनात कर दिया गया है। शासन ने एक जाबाज अधिकारी को राजधानी में बुलाया तो राजधानी से दूसरा बहादुर अफसर सीतापुर में बतौर पुलिस अधीक्षक के रूप में सीतापुर की जनता सौंप दिया है। वहीं इससे दो दिन पहले अपर पुलिस अधीक्षक मधुबन सिंह का तबादला शासन द्वारा कर
दिया गया था। उनके स्थान पर राजीव द्विवेदी को एएसपी की कमान सौंपी गयी है। कप्तान श्री सिंह के बारे में बताया जा रहा है कि श्री सिंह अपने बैंच के सबसे तेज तर्रार पुलिस अफसरो में गिने जा रहे है। जिस जिले की कमान उनके हाथों में आती है उस क्षेत्र के अपराधियों में श्री सिंह का खौफ पैदा हो
जाता है। आलम यह रहता है कि पुलिस वाहन का साइरन सुनते ही अपराधी अपना रास्ता बदल देते हैं। गुनाहगार गुनाह करने से तोबा कर लेते है। बताया यह भी जा रहा है कि श्री सिंह शासन की प्राथमिकताओं के हमेशा अहमियत देते है और लापरवाह पुलिस अधिकारियों पर भी कार्यवाही की गाज गिराने से वह नही हिचकते
है। इस बात की चर्चा पुलिस महकमें में की जा रही है।
अधिकारियों की फटकार खाने के बाद सक्रिय हुए थानाध्यक्ष और पहुंचे जांच करने
सीतापुर(उ0प्र0 समाचार सेवा)। पुलिस अधिकारियों की फटकार खाने के बाद थानाध्यक्ष सक्रिय हुए और वह गांव जांच करने पहुंचे तथा आरोपियों को बंदी बनाने में भी जुट गये है यह बात अलग रही कि उनके हाथों अभी तक आरोपी नही लग सके है। गौरतलब हा कि अटरिया थाना क्षेत्र में बकरा चोरी के आरोप में कुछ लोगों
ने दो युवकों के सिर मुंडवा दिए। इसके बाद दोनों को गांव में घुमाया। वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। जिम्मेदार हरकत में आए। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर चार नामजद व पांच-सात अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। हाईवे किनारे स्थित गोधना गांव के पूर्व हाजी अमीर अहमद का गांव के किनारे
मुर्गी बाड़ा है। पांच दिन पूर्व उनके बाड़े के निकट बंधा बकरा चोरी हो गया था। शंका के आधार पर गांव के ही देवन रावत व उसके साथी मुन्नू नट को 14 जून की शाम चार बजे पकड़ लिया था। देवन मुर्गी बाड़े में नौकरी करता था।बाड़ा मालिक के पुत्रों व गांव के युवकों द्वारा उनकी पिटाई करने के बाद सिर पर
ब्लेड से चैराहा बना कर मुंह पर कालिख पोत दी गई। जिसके बाद गांव में घुमा कर वीडियो बनाया गया। इसके बाद कुछ युवकों ने इस घटना का वीडियो वायरल कर दिया था। इस पर लखनऊ में बैठे पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया। जिसके बाद उन्होंने अटरिया पुलिस की जमकर क्लास ली।अफसरों की
लताड़ खाने के बाद थानाध्यक्ष कृष्ण मोहन सिंह मामले की जांच करने गांव पहुंचे। पुलिस ने गांव में धड़ पकड़ शुरू की, जिससे गांव में सन्नाटा पसर गया। पीड़ित देवन रावत की तहरीर पर पुलिस ने फुजैल अहमद, मकसूद, तालिब, अकरम व आधा दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस
ने तीन नामजद व एक अन्य व्यक्ति अशफाक को गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले में कार्रवाई की जा रही है। |